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Showing posts from March, 2019

Mind boggling experiment suggests multiple realities can exist at the same time described in hindi

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दिमाग को हिला देने वाला प्रयोग जो बताता है कि विभिन्न वास्तविकता समान समय मे मौजूद हो सकती है। एक नए paper में , संशोधनकारो ने कहा कि उन्होंने साबित कर दिया है कि कम से कम क्वांटम दुनिया मे आने पर एक ही वख्त पर दो वास्तविकता मौजूद रह सकती है।    उनकी परिकल्पना की जाँच करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की innsbruk university के प्रायोगिक भौतिकशास्त्र डिपार्टमेंट के संशोधनकारोने दुनिया के सबसे ज्यादा उलझाने वाले Thought experiment को पकड़ा। जिसे Wigner's friend के नाम से भी जाना जाता है।   यह प्रयोग, इसके मूल नोबेल प्राइज विजेता भौतिकशास्त्री यूजिन विग्नर (Eugene Wigner) के नाम पर से आया, जिसे 1961 में मंजूर किया गया और यह एक ही चीज (यहां पर एक ही फोटोन) के दो लोगो द्वारा किया गया अवलोकन का समावेश है।   जब इस फोटोन का अवलोकन किया गया, तब यह या तो horizontal (क्षैतिज )  या vertical ( लंब)  अवस्थामे पाया गया, लेकिन क्वांटम मिकेनिक्स के मतानुसार, अवलोकन करने से पहले, वह superposition की अवस्था मे मौजूद होता है।   Thought experiment  ...

Difference between Ursa Major & Ursa Minor in hindi

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सप्तर्षि ताराजूथ और ध्रुव मत्स्य ताराजूथ के बीच का भेद हमे रात में आसमान को सुंदर बनाने वाले छोटे छोटे, टिमटिमाते हुए रंग-बि-रंगी सितारों को देखने मे मजा बहुत आता है। खास कर बच्चों को। उनमे कई सितारों को जोड़ कर कई आकृतिया भी बनाते है। सही कहा न!? School में हमें इन सितारों के बारे में पढाया भी जाता है। इन तारो को बिंदु रूप समझकर उनके बीच काल्पनिक लकीरे खींच कर कुछ आकृतिया बनाई गई थी। जिसे दूसरी शताब्दी ईसवी में टॉलेमी नामक खगोलशास्त्री ने कुछ 48 तारामंडल की सूची बनाई थी। उसके बाद ओर भी तारामंडल का अभ्यास किया गया है।  फिलहाल हम सिर्फ school के लेवल की बात करेंगे। उसके बाद आगे जाएंगे। school में हमे मृग, शर्मिष्ठा, मघा, कृतिका, सप्तर्षि के बारे में पढ़ाया गया है और आज भी पढ़ाया जाता है।  आज भी जब मैं इन नक्षत्रों के बारे में पढ़ाती हु तो कई बार  बच्चे हर रोज घर जाकर रात के अंधेरे में खुबसूरत  टिमटिमाते हुए तारो को देखते है। लेकिन कई बार बच्चे कहते है हमने दो सप्तर्षि देखे। तो असली सप्तर्षि कौन सा है? फिर सोचा यह दिक्कत कई लोगो को होती होगी। तो क्यों न इस बारे...