क्वॉन्टम भौतिकी

क्वॉन्टम् भौतिकी


        क्वॉन्टम्  मिकैनिक्स के नए पेपर्स हर वख्त दुनिया को चौकाने वाले होते है। भौतिक शास्त्री कैथेल ओ'कनैल ने कुछ हक्का बक्का कर देने वाली प्राइमर प्रदान की, मगर बड़े संकल्पों के साथ। 




क्या क्वॉन्टम् भौतिकी आपका दिमाग घुमा देती है? 

~ सबसे पहले आपसे यह कहना चाहूंगी कि आप हलचल मत मचाये। आप इस उलझन में अकेले नहीं हो। प्रसिद्ध भौतिकशास्त्री रिचार्ड फेयनमेन कहते थे की, "मुझे लगता है मैं इस बारे में पक्का कह सकता हु की कोई भी व्यक्ति क्वांटम मिकैनिक्स को नहीं समझ सकता।"

फिर भी क्वोन्टम थ्योरी को हमारी दुनिया के मदोन्मत्त ने व्यापक रूप से इसका वर्णन किया है। 

क्वोन्टम थ्योरी क्या है ?




~ हजारो सालो के तर्क के बाद हम यह जान पाए है कि पदार्थ छोटे छोटे कणों से बना है। जिसे हम इलेक्ट्रोन्स और क्वार्कस के नाम से जानते है। यह कण एक दूसरे के साथ मिलकर एक अणु बनाते है। जैसे की हाइड्रोजन और ऑक्सीजन मिलकर H2O का अणु बनाते है । जिसे हम पानी कहते है। इस तरह इन छोटे छोटे कणों के वर्णन को वैज्ञानिक इसे क्वांटम थ्योरी का नाम देते है। 

  यह थ्योरी एक अजीब पूर्व कथन बनाता है। आज भी यह भौतिकी में बहुत ही प्रचलित और मान्य थ्योरी है।  यह हमारी आसपास की बहुत सी थ्योरी को आधार देता है।जिसमे यह चिप भी शामिल है जो आपके मोबाइल फोन को स्मार्ट बनाता है। 

यह अजीब भी है, सच भी है और महत्वपूर्ण भी है। 


लेकिन क्वांटम वास्तव में है क्या? 

~ सोचिए कि आपके हाथ में एक मर्तबान है। जो मुमफली के तेल से भरा हुआ है। आप इसे लेकर रसोईघर में जा रहे है। आप इस मर्तबान को अलमारी में रखना चाहते है। या तो आप इसे काउंटर टॉप पर रखेंगे या तो अलमारी पर कही रखेंगे। लेकिन आप इस मर्तबान को दो अलमारी के बीच में नहीं रख सकते - जिसका कोई अर्थ नहीं है।

भौतिक विज्ञान में आप यह कहेंगे कि आपकी रसोईघर की अलमारी क्वोन्टाइज्ड है। इसका यह मतलब है के वो स्तर पर है। 

क्वांटम दुनिया में हर चीज स्तर में विभाजित होती है। उदहारण के तौर पर एक परमाणु में एक इलेक्ट्रान कुछ श्रेणी में ही रह सकता है, बैठ सकता है, जो ऊर्जा स्तर है। बिलकुल आपकी रसोईघर की अलमारी की तरह। इलेक्ट्रोन को ठोकर मारकर ऊर्जा देने से वो तुरंत ही ऊर्जा के एक स्तर से दूसरे स्तर पर खुद जाएगा। जिसे क्वांटम लीप कहते है। 

और एक बिलकुल ऐसी ही धारणा है। एनालॉजी है। यदि आप एक क्वांटम कार को ड्राइव कर रहे हो, तो आप 5 किमी/घंटा, 20 किमी/घंटा या 80 किमी/घंटा की रफ़्तार से ट्रावेल कर सकते हो, लेकिन उसके बीच की कोई भी रफ़्तार आप प्राप्त नहीं कर सकते। गियर बदलने से तुरंत ही 5 से 20 किमी/घंटा की रफ़्तार पर जम्प हो जाएगी। रफ़्तार में बदलाव तात्कालिक होगा, इसीलिए आप प्रवेग का अनुभव नहीं कर सकते। 

जो दूसरा क्वांटम लीप है। 

◆ क्वांटम मिकैनिक्स विरुद्ध क्लासिकल मैकेनिक्स


अति सूक्ष्म दुनिया क्लासिकल दुनिया से बिलकुल अलग ही नियमो पर खेलती है।

क्लासिकल भौतिक शास्त्रीओ द्वारा दिया गया शब्द है जो सामान्यतः जब आप अपने रोजिंदा अनुभवों के आधार पर आशा रखते है और उसी तरह वर्ताव होता है तब इस्तेमाल होता है।

बिलियर्ड बॉल क्लासिकल पदार्थ ( जो टेबल पर सीधी रेखा में लुढ़कती है।) लेकिन उसके भीतर का एक अणु क्वांटम नियमो का अनुसरण करती है।





कई बार अणु और बॉल के आधार पर भौतिकी के नियम में कुछ बदलाव की प्रक्रिया होती है जो कुछ राज्य और संघ पुलिस के बीच न्यायव्यवस्था सौपने की तरह है।

पर्याप्त अणुओं को साथ में चिपकाकर और अजीब क्वांटम असर बिलकुल धुंधला पड जाता है, जो क्लासिकल की तरह बर्ताव करती है, जिसे समानता का सिद्धांत कहते है।

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